पीएम मोदी की चीन यात्रा से EMS कंपनियों के शेयरों में 7% तक की छलांग

सितम्बर 9, 2025 4:55 अपराह्न

भारत के शेयर बाज़ार में आज का दिन इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज़ (EMS) सेक्टर के लिए बेहद उत्साहजनक रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया चीन यात्रा ने न केवल कूटनीतिक रिश्तों को मज़बूती दी है, बल्कि इसका सीधा असर भारतीय कंपनियों के शेयरों पर भी देखने को मिला है।
👉 Kaynes Technology, Dixon Technologies, Amber Enterprises और PG Electroplast जैसी कंपनियों के शेयरों ने 4% से 8% तक की तेज़ी दिखाई।

यह उछाल निवेशकों के भरोसे और सरकार की नीतियों पर बढ़ते विश्वास का संकेत है।


🌏 चीन यात्रा क्यों बनी गेमचेंजर?

प्रधानमंत्री मोदी हाल ही में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में भाग लेने चीन पहुँचे थे। इस यात्रा का उद्देश्य सिर्फ कूटनीतिक वार्ताएँ करना ही नहीं, बल्कि भारत-चीन व्यापारिक रिश्तों में नई ऊर्जा भरना भी था।

भारत की EMS कंपनियाँ लंबे समय से चीन से आयातित इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स पर निर्भर रही हैं। हाल के वर्षों में दोनों देशों के बीच तनाव ने आपूर्ति श्रृंखला (Supply Chain) को प्रभावित किया था। लेकिन इस यात्रा के बाद निवेशकों को यह उम्मीद जगी कि भारत-चीन संबंधों में संतुलन और स्थिरता आएगी, जिससे EMS सेक्टर को राहत मिलेगी।


📊 कंपनियों का शानदार प्रदर्शन

✨ Kaynes Technology

  • शेयरों में लगभग 8% की छलांग
  • कीमत ₹6,595 तक पहुँची
  • कंपनी के लिए यह बढ़त बेहद अहम मानी जा रही है क्योंकि Kaynes इलेक्ट्रॉनिक डिज़ाइन, मैन्युफैक्चरिंग और एम्बेडेड सॉल्यूशंस में प्रमुख भूमिका निभाती है।
    ➡️ निवेशकों का मानना है कि चीन से सप्लाई सुचारू होने पर Kaynes का प्रोडक्शन और डिलीवरी नेटवर्क और मजबूत होगा।

✨ Dixon Technologies

  • Dixon Technologies के शेयरों में लगभग 6% की बढ़त
  • शेयर ₹17,625 पर बंद हुए
  • कंपनी ने हाल ही में चीन की HKC के साथ एक ज्वाइंट वेंचर (JV) बनाया है।
    ➡️ यह JV भारत में Display Modules बनाने से जुड़ा है।
    ➡️ Dixon अब कैमरा मॉड्यूल्स और बैटरी पैक जैसे उत्पादों में भी साझेदारी तलाश रही है।
    👉 यह कदम भारत की “Make in India” पहल को और मजबूती देगा।

✨ Amber Enterprises India

  • शेयरों में लगभग 5% की तेजी दर्ज की गई।
  • कंपनी एयर कंडीशनिंग और होम अप्लायंसेज़ के लिए EMS सेवाओं में अग्रणी है।
    ➡️ घरेलू उत्पादन को बढ़ावा मिलने से Amber का ऑर्डर बुक और मजबूत होने की संभावना है।

✨ PG Electroplast

  • PG Electroplast के शेयरों में लगभग 4% उछाल आया।
  • कीमत ₹556 तक पहुँची।
    ➡️ कंपनी व्हाइट गुड्स (टीवी, वॉशिंग मशीन, कूलर) के लिए EMS सेवाएँ प्रदान करती है और निवेशक इसमें लॉन्ग-टर्म ग्रोथ देख रहे हैं।

🔎 बढ़त की वजहें

1️⃣ सप्लाई चेन में सुधार
भारत की EMS कंपनियाँ ज्यादातर कंपोनेंट्स चीन से लाती हैं। मोदी की चीन यात्रा से यह उम्मीद बनी है कि आपूर्ति श्रृंखला में आने वाली बाधाएँ कम होंगी।

2️⃣ रणनीतिक साझेदारियाँ
Dixon और HKC की साझेदारी जैसे कदम भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग का ग्लोबल हब बनाने की दिशा में अहम साबित होंगे।

3️⃣ PLI योजना का सहयोग
सरकार की Production Linked Incentive (PLI) Scheme पहले से ही EMS कंपनियों को प्रोत्साहन दे रही है। अब चीन से संबंधों में सुधार के बाद इस योजना का लाभ और बढ़ जाएगा।

4️⃣ निवेशकों का भरोसा
शेयर बाज़ार में तेजी का सबसे बड़ा कारण निवेशकों का भरोसा है। मोदी की यात्रा ने यह संदेश दिया है कि भारत ग्लोबल सप्लाई चेन का एक अहम हिस्सा बनने जा रहा है।


🌟 निवेशकों के लिए क्या मायने?

✔️ लॉन्ग-टर्म ग्रोथ: EMS सेक्टर की कंपनियाँ आने वाले वर्षों में और तेज़ी से बढ़ सकती हैं।
✔️ Make in India को बढ़ावा: Dixon, Kaynes जैसी कंपनियाँ भारत को “Manufacturing Powerhouse” बनाने की दिशा में अहम हैं।
✔️ कम होती निर्भरता: चीन पर अत्यधिक निर्भरता कम होगी और भारत अपने उत्पादन ढाँचे को मज़बूत करेगा।
✔️ ग्लोबल इन्वेस्टर्स की रुचि: विदेशी निवेशक भी अब भारतीय EMS सेक्टर में अवसर तलाशेंगे।


🏭 EMS सेक्टर का भविष्य

भारत सरकार का लक्ष्य है कि 2030 तक इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग में भारत का योगदान $300 बिलियन तक पहुँचाया जाए।
👉 Kaynes, Dixon, Amber और PG Electroplast जैसी कंपनियाँ इसमें अग्रणी भूमिका निभा सकती हैं।

साथ ही, Dixon का HKC के साथ JV यह दिखाता है कि भारत में Backward Integration पर काम तेज़ी से हो रहा है।
➡️ इसका मतलब है कि अब केवल असेंबली ही नहीं, बल्कि डिज़ाइन से लेकर कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग तक सब कुछ भारत में होगा।


✅ निष्कर्ष

प्रधानमंत्री मोदी की चीन यात्रा ने यह साबित कर दिया कि कूटनीतिक रिश्ते केवल राजनीतिक स्तर तक सीमित नहीं रहते, बल्कि उनका सीधा असर आर्थिक और औद्योगिक क्षेत्र पर भी पड़ता है।

EMS सेक्टर में 7% तक का उछाल यह दर्शाता है कि निवेशक भारत को एक भविष्य का इलेक्ट्रॉनिक्स हब मानने लगे हैं।
आने वाले समय में सरकार की PLI योजना, Dixon-HKC जैसे JV और स्थिर सप्लाई चेन भारत की EMS कंपनियों को ग्लोबल प्रतिस्पर्धा में आगे ले जाएंगे।

➡️ संक्षेप में कहें तो, पीएम मोदी की चीन यात्रा भारतीय EMS सेक्टर के लिए एक टर्निंग प्वाइंट साबित हो सकती है। 🇮🇳

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